Jun 7, 2015

बादलों से शर्त

Picture Courtesy: Google Image Search

ना हैं कभी लगाना बादलों से शर्त मुझे 
रोते हैं वो रंग-ए-मौसम बदलने तक ।
बस गुज़रे हुए उनके यादों में रोना हैं मुझे
रंग-ए-दिल मेरे खून-ए-जिगर होने तक । 

(Never would I want to bet with the clouds
They cry till the colours of the season change.
I only have to cry in the memory of those gone by
Till my heart is coloured by the bleeding of the liver.)

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